जगन्नाथ जी के जीवन का अल्प परिचय
नाम : श्री. जगन्नाथ वासुदेव सातार्डेकर
जन्म तिथी : ०७-०१-१९७३
जन्म स्थल : मुंबई , महाराष्ट्र , भारत
अध्यात्मिकता का मतलब ये नही कि आप आँखे बंद करके बैठे रहे बल्की सत्कर्म करना हि अध्यात्मिकता है |
१९९४ – २००२
श्री.जगन्नाथ जी ने साल १९९४ से साल १९९९ तक बसवेश्वर स्वामी मठ, बागलकोट, कर्नाटक में प्राणायाम और ध्यान योग साधना से अपने अध्यात्मिक जीवन कि शुरुवात कि|
साल १९९९ से २००२ तक जगन्नाथ जी ने स्वामी कुंदकुंद के सानिध्य में ओशो सन्यास जीवन रहस्य शिविर,ध्यान साधना और मंत्र साधना का अभ्यास किया और सन्यास दीक्षा ली |
२००२ – २००८
श्री.जगन्नाथ जी ने साल २००२ से साल २००४ तक डॉक्टर रविराज अहिरराव से वास्तुशास्त्र, रेकी,क्रिस्टल थेरेपी, लोलकशास्त्र, अंकशास्त्र आदी विषयोंका अभ्यास किया और उमे महारत हासील कि |
साल २००४ से २००८ तक जगन्नाथ जी ने भारत भ्रमण कर विविध सिद्ध गुरुओ से अनेकानेक विषयोंके का ज्ञान अर्जित किया और उनकी साधना करके उमे महारत हासील कि |
२००९ – २०२०
१५ ऑगस्ट २००९ में जगन्नाथ जी ने पहला यशस्वी LIFE CHANGING प्रोग्रॅम शिवीर पुणे के चांदणी चौक में आयोजित किया |
साल २०१० से २०१५ तक जगन्नाथ जी MIDBRAIN ACTIVATION BREATHING METHOD के अनेक शिवीर लिये और उसका बहुत सारे लोगोने फायदा उठाया |
साल २०११ में जगन्नाथ जी ने खुद स्वरविज्ञान की दिक्षा ली और पुणे , गुजरात, राजस्थान और दिल्ली में वास्तव्य करके अनेक सिद्ध गुरुओं से ज्ञान अर्जित कर सफल साधना कि |
२०१७ में सिंगापुर जाकर Intrernational Speaker Tony Robbins से unleash the Mind super power की चार दिन की ट्रेनिंग ली |
२०१५ से २०२० तक जगन्नाथ जी ने SWAR GYAN के अनेक शिवीर लेकर १००० विद्यार्थियों से ज्यादा विद्यार्थियों तक ज्ञान पहुचाया |